Friday, 4 June 2021

Mahatma gandhi

    मोहनदास करमचंद गाँधी

मोहनदास करमचंद बापू एवं राष्ट्रपिता की उपाधि से सम्मानित एवं गांधी युग के दौर के साथ सत्य ,अहिंसा एवं सत्याग्रह को भारतीय राजनीतिक को एक मंच पर अंग्रेजों के खिलाफ राष्ट्रवाद की जागृति में अहम भूमिका निभाए हैं ।सन 1919 ईस्वी से 1948 ईस्वी तक भारतीय राजनीतिक में छाए रहे। एक ऐसा व्यक्ति जिसे हर धर्म के लोगों ने राष्ट्र निर्माण के साथ जोड़कर देखा एवं कई वर्षों तक विदेश रहने के बाद भी 9 जनवरी 1915 को भारत आगमन के बाद राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे । इन्हीं कुछ महत्वपूर्ण पहलू पर आई दृष्टि से विश्लेषण करता हूं।

        गांधी युग

नाम - मोहनदास करमचंद का जन्म 2 oct  1869 ईस्वी              को   ( पोरबंदर) गुजरात

गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर को अहिंसा दिवस के रूप में विश्व भर में मनाया जाता है। महात्मा गांधी के दो भाई एक बहन थी दोनों भाइयों एवं बहनों में सबसे छोटी महात्मा गांधी थे धार्मिक रूप से उनके पिता हिंदू धर्म के मोध बनिया से संबंध रखते थे।

 पिता का नाम - करमचंद गांधी माता, पुतलीबाई

पत्नी    -( कस्तूरबा बाई) 13 वर्ष की आयु में शादी

महात्मा गांधी और प्रसिद्ध लेखक लीयो टालस्टाय से बहुत प्रभावित है।

गांधीजी को सर्वप्रथम राष्ट्रपिता कह कर संबोधित करने वाले सुभाष चंद्र बोस थे।(1944)

👍महात्मा गांधी के 4 पुत्र थे।

 हरीलाल गांधी 

मणिलाल गांधी

 रामदास गांधी

 देवदास गांधी

1889 में ब्रिटेन बैरिसस्ट्री के लिए पहली बार विदेश गए

1892 मुस्लिम व्यापारी( दादा अब्दुल्ला )के लिए दक्षिण               अफ्रीका 

1893 दक्षिण अफ्रीका के डरबन के ( प्रीटोरिया स्टेशन)मेरिथवर्ग (गोरे काले )भेद भाव  के झगड़ा में स्टेशन पर उतारा गया

1894 नेटाल  इंडियन कांग्रेस की स्थापना की

1903 द इंडियन ओपिनियन अखबार का प्रकाशन

1904 फिनिक्स आश्रम की स्थापना

 1906 प्रथम सत्याग्रह का प्रयोग दक्षिण अफ्रीका में किया गया

1909 हिंद स्वराज बुक लिखा गया

महात्मा गांधी के निजी सचिव का नाम माधव देसाई था।


महात्मा गांधी 9 जनवरी 1915 को भारत आए इसीलिए 9 जनवरी को भारतीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाते हैं इनके राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले थे।

1916      साबरमती की स्थापना  कहा 

1917 चंपारण आंदोलन राजकुमार के अधीन( तिनकाठिया) प्रणाली के विरुद्ध नील की खेती 25% लगान माफ एवं तीन कठिया की समाप्ति यह भारत में पहला सफल आंदोलन महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुआ

इस सफलता से रविंद्र नाथ टैगोर ने  मोहन दास करमचंद को  महात्मा की उपाधि दिया  ।

पहला भूख हड़ताल का प्रयोग  -अहमदाबाद मिल उद्योग के विषय में किया।

1918 खेड़ा आंदोलन गुजरात के खेड़ा जिले में कर नहीं आंदोलन चलाया( महात्मा गांधी)

1919 रौलट एक्ट( जालियांवाला बाग हत्याकांड)

1919 खिलाफत आंदोलन( मुस्लिम का समर्थन पाने के लिए) राष्ट्रीयता से जुड़ने के लिए

1920 असहयोग आंदोलन

5 फरवरी 1922 चौरी चौरा कांड( गोरखपुर)

11 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन की समाप्ति किया गया।

6 अप्रैल 1930 सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत

 थी

13 मार्च 1922 ईस्वी को गांधीजी को गिरफ्तार कर 6 वर्ष की  कारावास की सजा दी गई स्वास्थ्य कारणों से 5 फरवरी 1924 को रिहा कर दिया गया 

महात्मा गांधीने कांग्रेस के बेलगांव अधिवेशन की अध्यक्षता 1924 में की।

साइमन कमीशन का बहिष्कार न करने वाले दो पार्टियां थी जस्टिस पार्टी एवं पंजाब यूनियरिस्ट  पार्टी।

12 मार्च 1930 ईस्वी में गांधी जी ने 78 समर्थकों के साथ में साबरमती से 385 किलोमीटर दूर  के लिए प्रस्थान किया था 6 अप्रैल 1930 ईस्वी को दांडी पहुंचकर गांधी जी ने नमक कानून को तोड़ा सुभाष चंद्र बोस ने गांधी सत्याग्रह की तुलना नेपोलियन के पेरिस यात्रा से की थी।

8 मार्च 1931 गांधी इरविन समझौता हुआ । इसके बाद ही सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया।

दूसरा गोलमेज 7 सितंबर 1931 में हुआ महात्मा गांधी ने कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया परंतु यह सम्मेलन सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व के कारण असफल रहा।

प्रथम गोलमेज सम्मेलन 12Nov1930

 द्वितीय गोलमेज सम्मेलन 17Nov1932

तीनो गोलमेज सम्मेलन के दौरान इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रैम्जे मैक डोनाल्ड था ।

दूसरे गोलमेज सम्मेलन के सफलता के पश्चात 3 जनवरी 1932 को गांधी जी ने पुणे सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ कर दिया था जो

सविनय अवज्ञा आंदोलन 7 अप्रैल 1934 को वापस लिया गया।

1939 ईस्वी में महात्मा गांधी के द्वारा प्रस्तावित          पटाभी सीतारामय्या को हराकर सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। 

महात्मा गांधी ने 17 अक्टूबर 1940 को पवनार से व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया इसी आंदोलन को दिल्ली चलो आंदोलन भी कहा जाता है।

वर्धा 1942 में कांग्रेस ने अंग्रेजों भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित हुआ।

महात्मा गांधी के भारत छोड़ो प्रस्ताव को कांग्रेस कार्यसमिति 8 अगस्त 1942 ईस्वी को स्वीकार कर लिया।

महात्मा गांधी द्वारा स्थापित हरिजन सेवक संघ की संस्थापक घनश्याम दास बिरला थे ।

मैं देश की बालू से ही कांग्रेस से भी बड़ा आंदोलन खड़ा कर दूंगा यह कथन महात्माा गांधी।

महात्मा गांधी को सर्वप्रथम राष्ट्रपिता कह कर संबोधित किया था  ।   - सुभाष चंद्र बोस 

महात्मा गांधी को सर्वप्रथम महात्मा किसने कहा  - रविंद्र नाथ टैगोर

महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु कौन थे - गोपाल कृष्ण गोखले

विंस्टन चर्चिल ने अर्धनग्न फकीर किसने कहा था महात्मा गांधी को 

गांधी जी ने क्रिप्स प्रस्ताव पर कहा था यह एक आगे की तारीख का चेक है जिसका बैंक नष्ट होने वाला है(1942)

महात्मा गांधी की हत्या बिरला भवन के बगीचे में हुई थी 30 जनवरी  गांधी जी  को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी 30 जनवरी को ही महात्मा गांधी के नाम पर शहीदी दिवस मनाया जाता है।

1915 ईस्वी में गांधीजी को ब्रिटिश सरकार ने कौन सा उपाधि प्रदान की थी  -कैसर -ए- हिंद 

प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीयों को भर्ती कराने के दौरान महात्मा गांधी को क्या कहा गया है  -रिक्रूटिंग सार्जेंट 

महात्मा गांधी की सत्याग्रह की प्रमुख हथियार था- अहिंसा

 महात्मा गांधी ने सर्वप्रथम किस आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल किया -अहमदाबाद आंदोलन

 महात्मा गांधी ने अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना की - 1932 

हिंदू स्वराज के लेखक कौन है -महात्मा गांधी माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ के लेखक कौन है- महात्मा गांधी 

गांधीजी की आत्मकथा का अंग्रेजी में अनुवाद किया -महादेव देस जी 

गांधीजी की आत्मकथा मूल रूप से किस भाषा में लिखी गई है -गुजराती

 सत्य और अहिंसा मेरा ईश्वर है किस के अनमोल वचन है --महात्मा गांधी।

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