Tuesday 8 December 2020

Parliamentary committee

            संसदीय समिति parliamentary committee 

संसदीय समिति- संसद अपने काम के लिए जाना जाता है यह विधायिका का एक भाग्य है । कानून बनाता है सांसद के लिय कुछ काम भी करती है इस समिति के द्वारा कार्य का  संचालन करती है।

यह दो तरह की समितियां बनाती है (1) स्थाई समितियां और (2) अस्थाई समितियां

"भारत में 1919 ईस्वी में मांटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधार के द्वारा-

"पहली बार संसदीय समितियों का प्रावधान किया गया। यह हमारी व्यवस्था में 1921 में पहली बार कार्य के रूप में अपनाया गया। फिर धीरे-धीरे संसदीय  व्यवस्था के रूप में यह परंपरा से जुड़ गया।

संसदीय समिति के अंदर कुछ स्थाई समिति के तौर पर निम्न समितियां काम करते हैं।

लोक लेखा समिति,

 प्राक्कलन समिति

 लोक उपक्रम समितियां

 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समितियां

 कार्य मंत्रणा समिति 

विभागीय समिति 

और विशेषाधिकार समिति

(1)स्थाई समितियों -आजादी के बाद संविधान बनकर तैयार हुआ तो उस संविधान के अंतर्गत इन समितियों का वर्णन मिलता है एवं नियमित रूप से अपना कार्य करती है स्थाई समितियां कहलाती है।

(2) अस्थाई समिति -इसका विशेष कारणों के समय पर गठन करते है  और कार्य  लिया जाता है सांसद इसे विशेष काम के लिए अस्थाई समितियां बनाती है।

अस्थाई समितियां दो प्रकार के होती है (1) जांच समिति(2) सलाहकार समिति

"जांच समिति -किसी विभागिय या किसी मुदे की जांच के लिए संसद द्वारा यह समितियां बनाई जाती है।

" सलाहकार समिति -इस समिति का बिल या किसी  विधि  के लिए  संसद में सलाह के लिए   बनाई गई समिति है।

अब सवाल उठता है कि संसद द्वारा इसका गठन किया जाता है तो संसद के सदस्य द्वारा बनाए गए समिति में कितने सदस्य हैं एवं उनके अध्यक्ष कौन  होंगे

संसद के सदस्य द्वारा इन समितियों के सदस्य चुने जाते हैं अगर वह नहीं करते हैं तो लोकसभा के अध्यक्ष एवं राज्यसभा के सभापति इन समितियों के सदस्य को नामित करते हैं।

Note -जांच समिति या सलाहकार समिति - समिति का सदस्य लोकसभा के सदस्य होते है ।

लोक लेखा समिति यह एक महत्वपूर्ण समिति है इनके कुल 22 सदस्य होते हैं जिसमें 12 सदस्य लोकसभा से एवं 7 सदस्य राज्यसभा से चुने जाते हैं

" लोक लेखा समिति -सरकार की वार्षिक खर्च का लेखा-जोखा की जांच करना है एवं कैग की रिपोर्ट पर विचार करना यानी यह समितियां वित्तीय स्थिति के लिए कार्य करते हैं।

" लोकसभा एवं राज्यसभा में सदस्यों का अनुपात  2 :1 होगा

" लोक लेखा समिति में लोकसभा के सदस्य चुने जाते हैं पर मंत्री परिषद के सदस्य को नहीं चुना जाता है।

" कार्यकाल 1 वर्ष का होता है।

" लोक लेखा समिति की अध्यक्षता कौन करता है-विपक्ष के नेता करते हैं

प्राक्कलन समिति - यह भी समिति वित्तीय स्थिति से जुड़ा

इसीलिए लोक लेखा समिति एवं प्राक्कलन समिति की जुड़वा बहने कहते हैं।


" सरकारी खर्च  एवं कैग की रिपोर्ट की जांच करना और इस जांच के क्रम में CAG  पूरी तरह मदद करती है।

" प्राक्कलन समिति के 30 सदस्य होते हैं सभी सदस्य लोकसभा के होते हैं अधिक संख्याओं वाला यह समिति है जो सरकार के वित्तीय खर्च एवं कैग  के द्वारा किए गए खर्च के विवरण को जांच करती है।

मुल का  कार्य   - सरकार द्वारा लोक कल्याण के लिए जो पैसे खर्च करती है तो उसमें मितव्ययिता एवं प्रशासनिक व्यवस्था का जो रिपोर्ट का प्रारूप तैयार करना है। यानी कम खर्चे में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के लिए रिपोर्ट तैयार कर इनको   संसद में पेश करती है ।

" इस समिति का सभी सदस्य लोकसभा के सदस्य होते हैं एवं इनका कार्यकाल 1 वर्ष का होता है।

लोक उपक्रम समिति -पब्लिक सेफ्टी के ऊपर जाकर ये समितियां काम करती है जैसे Air india  ,FCi ,LIC,etc सरकारी कंपनी एवं अर्ध सरकारी कंपनी के इनकी लेखों जोखो  एवं वित्तीय विवरणों कैग के द्वारा बनाए गए रिपोर्ट की जांच करना शामिल है। 

" इसका कार्यकाल 1 वर्ष का होता है।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति समितियां - SC/ST  लोक कल्याण के लिए जो समितियां बनती है उसका कुल सदस्य 30 होते हैं इनमें लोकसभा एवं राज्यसभा के सदस्यों का अनुपात2:1 होता है।

" SC /ST समितियां -जो  उसकी वार्षिक विकासकार्य  मे खर्च करती है  उन सभी रिपोर्टों की जांच करना  इसका कार्य है । और  रिपोर्ट संसद में पेश करती है।

- कार्य मंत्रणा- सदन की कार्यवाही तथा समय तालिका को विनियमित करना या यह समिति में कैसे बेहतर काम करनी है एवं सही समय पर खासकर यह समितियां व्यापार को लेकर मुख्य कार्य  करती है ।

"लोकसभा के सदस्य अपनी रिपोर्ट तैयार करती हैं एवं राज सभा का अपनी रिपोर्ट तैयार करती हैं ताकि कैसे बेहतर काम कर सकती है और सही समय इस समिति का मुख्य कार्य यही है

"लोकसभा से  सदस्यों की संख्या- 15 एवं राज्यसभा के सदस्यों से संख्या- 11 होती है

टूटी -फूटी भाषा में  इसका सारांश पेश किया हूं ताकि आसानी से समझ सके,इसे 2-3बार पढे question set book से prectice करे ।

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