Sunday 29 November 2020

Twin Rail Engine


    एक और बाहुबली , ट्विन सेक्शन  इंजन

वर्तमान में जो रेल का इंजन निर्माण हो रहा है।WAG -6 (Wide  Gauge AC  traction Goods)6000 HP का  है। जिस की स्पीड खाली डब्बे को ले जाने में 75 किलोमीटर, लोडेड गाड़ी 60 किलोमीटर प्रति घंटा एवं औसत चाल 25 किलोमीटर प्रति घंटा रहा है। कारण,रेल की पटरियों पर भीड़ ज्यादा होने से रेलगाड़ी को जान -आने  के क्रम में ट्रेन का विलम हो जाता है।

द्विपक्षीय समझौता फ्रांस और इंडिया

आज हम चर्चा करते हैं (बिहार)मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव कारखाना (250 एकड़ )में फ्रांस एवं इंडिया के सहयोग से निर्माणाधीन समर्पित मालवाहन गलियारे  ( DFC) के लिए  हुए     ट्विन सेक्शन इजन के उत्पादन  एवं इनके तकनीक का। 

इस प्रोजेक्ट को पूर्वर्ती सरकार 2007 में मंजूरी मिली थी पर 8 वर्षों तक इसको अमल में नहीं लाया गया ।वर्ष 2015 में वर्तमान सरकार ने इस काम को शुरू करवाया जो फ्रांस की अल्स्टोम और भारतीय रेल के सहयोग से मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव कारखाना समर्पित हुए जिसमें अल्स्टोम की 76% एवं इंडिया के 24% हिस्सेदारी है

उद्देश्य 

ऐसे इंजन के उत्पादन करना जो समय पर  एवं माल गाड़ी को अधिक से अधिक सामान (गुडस ) ढो सकने में सक्षम हो।

इस कारखाना से अगले 5 वर्ष में 800 इंजनों का निर्माण करने की योजना है वर्तमान समय के साथ माल ढुलाई को गंतव्य स्थान तक पहुंचाएं एवं अर्थव्यवस्था को गति प्रदान  करने के लिए।वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए सड़क ट्रांसपोर्ट से प्रतिस्पर्धा करने में भारतीय रेल विफल रही है क्योंकि रेलगाड़ी औसतन 25 किलोमीटर प्रति घंटा चलती है।

वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अधिक शक्तिशाली इंजन की आवश्यकता है ।भारतीय रेल परिवहन एवं माल ढुलाई के लिए अर्थव्यवस्था का रीड की हड्डी कहलाती है।

इंजन की विशेषता   

 Make in india  के तहत  मधेपुरा फैक्ट्री में बना ट्विन सेक्शन इंजन वर्ल्ड का सबसे ताकतवर इंजन है।

यह इंजन आधुनिक IGBT आधारित थ्री फेज ड्राइव और 9000 किलो वाट यानी 12000 हॉर्स पावर का इंजन है इसकी स्पीड 100 किलोमीटर से 120 किलोमीटर का है  यह इंजन  Dedicated   freight   Corridors के लिए कोयला की आवाजाही के लिए भविष्यय में गेमचेंजर साबित हो सकता है इसके रणनीतिक उपयोग के लिए इंजन पर GPS के जरिए करीबी नजर रख सकते हैं ।माइक्रोवेव लिंक केेे माध्यम से जमीन पर सरवर के लिए इंटिनी उठाया जाता है। इंजन के दोनों तरफ वातानुकूलित ड्राइव  कैव है । इंजन Regenerative ब्रेकिंग सिस्टम से लैस है जो परिचालन के दौरान पर्याप्त ऊर्जा का बचत सुनिश्चित करता है ।इंजन मालवाहक ट्रेनों की औसत गति को बढ़ाकर अत्यधिक इस्तेमाल वाली पटरी पर भीड़ कम करने में मदद करेगी। 


 WAG -9(wide Gauge AC  Traction Goods)

उत्पादन   -मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव

   मेंटेनेंस सेंटर  -   सहारनपुर (UP),नागपुर (महाराष्ट्र)

 स्पीड  -100 से 120 KM  प्रति घंटा

ढुलाई क्षमता -6000 से 6500 टन 

हॉर्स पावर -12000  हजार 

किलो वाट   -9000 हजार  ,           3 फेज इंजन


इसे  वोवो इंजन  या ट्विन सेक्शन इंजन  , कहते हैं। यह ब्रॉड गेज रेल की पटरी ऊपर चलेगी।

यह 2 किलोमीटर की  डिब्बों के साथ माल ढुलाई करेगा ।इसके लिए स्पेशल  (DFC )रेलवे लाइन बिछाई जा रही है।

"Eastern          लुधियाना( पंजाब) से डालकुनी( पश्चिम बंगाल) और

"Western      जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह( महाराष्ट्र) से दादरी(UP)

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भारतीय रेल की सिकुड़ती पहचान

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