Sunday, 13 December 2020

THYRORID


                    थायराइड THYRORID 

थायराइड -आज यह बीमारी का प्रचलन महिलाओं के दिन चर्चा में ज्यादा बढ़ता जा रहा है इस बीमारी में थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का न उत्पन्न करना यह बीमारी की  उपज है। इसी वजह से शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाता है और रोगी धीरे-धीरे अनेक बीमारी का घर बन जाता है आज 100 व्यक्तियों में 20 व्यक्ति इस रोग से पीड़ित है फिर भी आज बहुत कम लोग होंगे जो इस बीमारी से संबंधित जानकारी रखते है । इसी कारण इस बीमारी से आसानी से शिकार हो जाते हैं इस बीमारी  की जागरूकता पर बल दे रहे।

(1)हाइपरथाइरॉयडिज़्म थायराइड- थायराइड ग्रंथि से अन्य टिशू का निर्माण होने से हार्मोन की अधिकता के कारण हाइपर थायराइ डिज्म थायराइड रोग होता है।

(2)हाइपरथाइरॉयडिज़्म थायराइड- यह थायराइड के कारण थायराइड ग्रंथि में थायराइड हार्मोन की कमी के कारण होना कुछ सामान्य लक्षण है  जो मूल रूप से यह छोटी-छोटी बच्चों में दिखने वाली बीमारी

(3) गोइटर थायराइड यह रोग मुख्य रूप से आयोडीन की कमी से होती है इसे घेंघा रोग भी कहते हैं ।

(4)थायराइड कैंसर -यह थायराइड का अंतिम स्टेज है जो उस स्थिति को दर्शाता है जिसमें ग्रंथियां में गांठ पड़ जाना जो बहुत ही क्रिटिकल अवस्था का सूचक है।

 इन सभी थायराइड की बीमारी में मूल रूप से गले की बीमारी का संकेत देता है पर लक्षण भिन्न-भिन्न होने के कारण लोग इस बीमारी से सही रूप से अवगत नहीं हो पाते।

(1) गले में सूजन का होना थायराइड होने पर सामान्य लोगों में गले में सूजन ( फूल ना )हो जाना

(2) वजन कम या बढ़ जाना -इस बीमारी में रोगी के बजन सामान्य स्थिति से बढ़ जाना या कम हो जाना हो जाता है ।

(3) धड़कन की जोर जोर या सामान्य से कम धड़कना-

इस बीमारी के प्रमुख लक्षण में से एक है जो थायराइड के संकेत देते 

(4)बालों का झड़ना- इस बीमारी में रोगियों का बाल तेजी से झड़ता है 

थायराइड के कारण हमारे दैनिक कार्यक्रम में बहुत सी तत्वों की कमी के कारण थायराइड को जन्म देती है आयोडीन की कमी, अधिक तनाव का होना, उच्च रक्तचाप का होना ,मधुमेह का होना, थायराइड में इतने सारे बीमारी वाले तत्व होने के प्रमुख कारण बनते हैं।

पर इस बीमारी से निजात का तरीके इस प्रकार हैं।

(1) दवाई लेना अंतः थायराइड से पीड़ित व्यक्ति दवाई के माध्यम से सभी इलाज करवाते हैं।

(2) ब्लड टेस्ट कराना -TSH और TFT s टेस्ट करवाते हैं इसमें शरीर में बुखार दर्द थकान और चक्कर आने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से टेस्ट करवाया जाता है।

(3) थकान महसूस करना -इस बीमारी के अंतर्गत शरीर में सूजन बढ़ जाता है आप अपनी बढ़ जाती है धड़कनें तेज हो जाती है चक्कर जैसा आता है इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना ना भूलें।

थायराइड से ग्रसित व्यक्ति को नियमित रूप से खानपान पर परहेज रखना चाहिए

 जिसमें दही, बासी खाद्य पदार्थ ,मसालेदार भोजन, मूली, शलजम ,मक्का ,सोयाबीन, रेड मीट, ड्राई फ्रूट, बहुत ज्यादा ठंडा तत्व ,पालक ,बंदागोभी, का परहेज रोगी के लिए उत्तम माना गया है।

वही थायराइड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए प्रत्येक दिन दिनचर्या में उपयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थ उत्तम माना गया है जो इस प्रकार है।

"अलसी का तेल का प्रयोग करें।

Note - अलसी के  तेल मे  कैंसर प्रतिरोधक क्षमता  है ।

इसमें ओमेगा 3 पाया जाता है जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक है।

" तांबे के गिलास में धनिया को भूलने दें और सुबह उसे खाली पेट में ले रोगी को आराम मिलेगा।

" थायराइड से ग्रसित व्यक्ति को अदरक ,लहसुन, स्ट्रॉबेरी, दालचीनी एवं सफेद प्याज का सेवन करना उत्तम है।

वह प्रत्येक दिन योगा करना है रोगी को वरदान साबित होगा।

"नारियल का तेल एक चम्मच गुनगुने दूध के साथ सुबह शाम रोगी को लेना फायदेमंद होगा।

" अधिक से अधिक फल एवं सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

पढ़ें एवं अपने वास्तविक जिंदगी में अमल करें अपने परिवार को स्वस्थ रखें।


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