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सत्ता में साझेदारी
Q• दबाव समूह की परिभाषा दें ?
दबाव समूह अस्थाई तत्वों का समूह होता है। कुछ सामाजिक विभाजन के आधार पर दबाव समूह बनने लग जाते हैं ।यह दबाव समूह पेशा भाषा, जाति ,धर्म ,क्षेत्र ही विचारधारा आदि कुछ के भी हो सकते हैं। जब किसी सामाजिक विभाजन वाले समूह को राज्यसभा में उचित पहचान अथवा साझेदारी नहीं मिल पाती है ।तो दबाव समूह सतत साझेदारी पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डालकर सरकारी फैसलों को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं|
Q समवर्ती सूची क्या है ?
संघीय व्यवस्था के अंतर्गत केंद्र और राज्य दोनों के लिए महत्व रखने वाले विषयों को जिस सूची में शामिल किया जाता है । विशेषण भर्ती सूची कहते हैं ।समवर्ती सूची के विषय उनकी संख्या 47 है समवर्ती सूची के अंतर्गत आने वाले कुछ क्षेत्र जैसे शिक्षा जंगल श्रमिक संगठन विवाह एवं विवाह विच्छेद उत्तराधिकारी इत्यादि परंतु यदि एक ही विषय पर कानून बनाना हो तो केंद्र द्वारा बनाए गए कानून को ही मान्यता मिलती है।
Q भारत में सत्ता का विकेंद्रीकरण क्या उचित है ?
भारत एक विशाल देश होने के साथ-साथ विविधता से भरा हुआ देश है। यहां सत्ता के केंद्रीय कृत करने से विविधताओं को संतुष्ट करना संभव नहीं होगा राष्ट्र टूट के कगार पर जा पहुंचेगा। इसीलिए भारतीय राजनीतिक में सत्ता को तीन स्तरों पर विभाजन किया गया है ।जैसे केंद्र ,राज्य तथा स्थानीय स्वशासन ।
केंद्र एवं राज्यों के बीच टकराव को टालने के लिए शक्तियों का विभाजन कर दिया गया है ।केंद्र के लिए केंद्रीय सूची राज्य के लिए राज्य सूची जहां दोनों के क्षेत्र मिल जाते हैं। उन्हें समवर्ती सूची के अंतर्गत लाया जाता है। स्थानीय स्वशासन को राज्य का मामला मानते हुए इसे राज्य सूची में रखा गया है। अपने-अपने केंद्र के क्षेत्र में केंद्र स्वायत्त प्रदान करते हैं। विवाद की स्थिति में केंद्र को हस्तक्षेप का अधिकार भी प्राप्त है।
Q भारत में पंचायती राज्य व्यवस्था का ऐतिहासिक परिचय दें?
पंचायती राज्य व्यवस्था से संबंधित बलवंत राय मेहता समिति की अनुशंसा पर 1959 में आई भारत में सर्वप्रथम पंचायत का गठन राजस्थान के नागौर जिले में हुई । जिसका आरंभ 2 अक्टूबर 1959 ईस्वी को हुआ। भारत की आत्मा गांवों में बसती है। यह कथन महात्मा गांधी का है। इसी के समकालीन पंचायती राज व्यवस्था और आरंभ आंध्र प्रदेश में हुआ इसी के उपरांत देश के सभी राज्यों में पंचायती व्यवस्था लागू बहुत तेजी से हुआ बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिश पर त्रिस्तरीय ढांचे लागू हुआ है ।जिसमें ग्राम स्तर , प्रखंड स्तर , तथा जिला स्तर है।
Q पंचायती राज व्यवस्था में एकरूपता लाने के उद्देश्य से किए गए प्रयास बताएं?
73 वा संविधान संशोधन 1991 में लाया गया था। इस संशोधन विधेयक के पारित हो जाने के बाद पंचायती राज अधिनियम में शामिल कर लिया गया एक नया अनुच्छेद 243 बनाया गया ।जिसमें 13 अनुच्छेद थे इस संशोधन से संविधान में एक नवी ग्यारहवीं अनुसूची जुड़ी है इस अनुसूची में 29 विषय को शामिल की गई है। तथा पंचायती राज्य क्षेत्राधिकार से जुड़े हैं ।पंचायती राज्य व्यवस्था से जनता में लोकतांत्रिक चेतना तो आएगी ही इसे सामाजिक परिवर्तन एवं सामाजिक न्याय को भी गति मिलेगी।
Q ग्राम कचहरी के गठन एवं शक्ति का वर्णन करें?
ग्राम कचहरी ग्रामीण अदालत है। यह अदालत न्यायिक कार्य करती है। ग्राम पंचायत की कार्यपालिका का प्रधान मुखिया होता है। न्यायपालिका का प्रधान सरपंच होता है ग्राम पंचायत में एक कचहरी होती है इसका प्रधान सरपंच होता है। इसका चयन प्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति से किया जाता है ।प्रति 500 की आबादी पर एक पंच होता है जिस का निर्वाचन द्वारा चयन होता है इन सबों के कार्यकाल 5 वर्ष का होता है ।ग्राम कचहरी दीवानी तथा फौजदारी दोनों के मामलों को देखती है। ग्राम कचहरी अधिकतम ₹10000 के सभी प्रकार के मामलों की सुनवाई कर सकता है ग्राम कचहरी में बिहार सरकार ने न्याय मित्रों न्याय सचिवों का प्रावधान किया है। क्योंकि यह कानून के जानकार होते हैं ।न्याय सचिव ग्राम कचहरी के कागजातों की देखभाल तथा कागजातों को रखने संबंधी कार्य करते हैं।
Q सूचना अधिकार आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
सूचना का अधिकार आंदोलन का मुख्य उद्देश्य है ।
(1)सत्ता में आंशिक साझेदारी करना
(2) सरकारी कामकाज पर नियंत्रण रखना सरकार एवं
(3) सरकारी अधिकारियों के कार्यों का सार्वजनिक करना।
Q लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी की प्रक्रिया का वर्णन करें?
संवैधानिक प्रावधानों के द्वारा वैसे सामाजिक समूहों में सत्ता में साझेदारी दी जाती है ।जिन्हें समाज ने समझा नहीं था भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्गों के लोगों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं ।विभिन्न आधारों पर संगठित हित समूह
जैसे-- किसान व्यापारी ,शिक्षक आदि विभिन्न समितियों में प्रतिनिधि की हैसियत से बैठते हैं तथा सरकारी निर्णय एवं फैसलों को प्रभावित करते हैं ।राजनीतिक दल सत्ता में भागीदारी करने का एक माध्यम है राजनीतिक दलों के माध्यम से चुनाव लड़ कर सत्ता हासिल किया जाता है यदि बहुमत नहीं हो तो गठबंधन का प्रयास कर सरकार गठन किया जाता है। जन संघर्ष जन आंदोलन, सुविधाओं के लिए संघर्ष, सूचना का अधिकार का प्रयोग ,कुछ ऐसे तरीके हैं जिनके माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सत्ता में हिस्सेदारी होती है।
Q संघीय शासन की दो विशेषताओं का वर्णन करें ?
संघीय शासन की दो विशेषताएं इस प्रकार है।
(1) संघीय शासन व्यवस्था में सरकार दो स्तर में कार्यरत और अपने अपने कार्यों के लिए लोगों के प्रति उत्तरदाई होती है ।
(2)शासन के अंतर्गत नागरिकों की दोहरी पहचान एवं निष्ठा आएं होती है वे अपने प्रांत के भी होते हैं और राष्ट्र के भी।
Q सत्ता की साझेदारी की अलग अलग तरीके क्या है ?
सत्ता में साझेदारी के कई प्रकार हैं ।जिन सामाजिक समूहों को सीधे तौर पर सत्ता में साझेदारी की संभावना नहीं बनती है । नई संवैधानिक माध्यम से सत्ता में साझेदारी सौंपी जाती है ।भारतीय संदर्भ में महिलाओं ,एवं अल्पसंख्यक ,कमजोर समुदाय तथा अन्य कुछ समूहों को विधायिका एवं प्रशासन में हिस्सेदारी के लिए भारतीय संविधान में विशेष उपबंध किए हैं।
मंत्रिमंडल में जातीय एवं अन्य आधारों पर मंत्री बनाकर जाति तथा अन्य सामाजिक समूहों को सत्ता में भागीदारी दे दी जाती है। राजनैतिक दलों के माध्यम से सत्ता में साझेदारी लोकतंत्र के संदर्भ में सबसे आसान समझ वाली साझेदारी है। राजनैतिक सत्ता हासिल करने वाले दल सत्ता के बंटवारे में मोल-- तोल कर पार्टियों द्वारा गठबंधन सरकार का गठन इत्यादि में साझेदारी का गठबंधन सरकार बनाकर देश चलाती है। जन संघर्ष जन आंदोलन दबाव समूह जैसी राजनीतिक स्थितियों के द्वारा भी सत्ता में साझेदारी के मार्ग खुलते हैं।
Q सत्ता में साझेदारी की जरूरत क्षेत्रीय विभाजन वाले बड़े देशों में होती हैं इसी पक्ष में उत्तर दें?
सत्ता में साझेदारी का मुद्दा विभिन्न आधारों पर गठित मानव समूह के असंतोष एवं से उपजे टकराव से जुड़ा है यदि साझेदारी में सामाजिक विभाजन के आधारों को शामिल नहीं किया जाता है ।तो सामाजिक विभाजन में उग्र राजनीतिक अस्थिरता सांस्कृतिक ठहराव एवं आर्थिक गतिरोध उत्पन्न हो जाता है ।क्षेत्रीय विभाजन एक राजनीतिक मुद्दा है । जिसका समाधान सत्ता में साझेदारी किए बगैर सत्ता में साझेदारी बड़े देशों होती है।
Q महापौर तथा उप महापौर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें?
नगर निगम के लिए निर्वाचित पार्षद अपने बीच से ही किसी व्यक्ति का निर्वाचन महापौर तथा उपमहापौर पद पर करती है ।दोनों का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है ।यदि निगम परिषद चाहे तो उससे समय पूर्व भी हटा सकती है महापौर निगम परिषद के सभापति की हैसियत से निगम की बैठकों की अध्यक्षता करता है ।महापौर सशक्त स्थाई समिति की भी अध्यक्षता करता है किसी भी नगर का प्रथम नागरिक महापौर है। नगर में आने वाले अतिथियों की अगवानी महापौर करता है। महापौर की अनुपस्थिति में उप महापौर उसके दायित्व का पालन करता है।
Q धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान की अनुपम विशेषता है कैसे अथवा
धर्मनिरपेक्ष राज्य से क्या समझते हैं ?
भारतीय संविधान के बुनियादी ढांचा धर्मनिरपेक्षता है ।साथ ही साथ यह संविधान के लिए चुनौती भी है ।संविधान ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कुछ उपबंध धर्मनिरपेक्षता हेतु निर्धारित किए हैं ।
(1)भारत का कोई राष्ट्रीय धर्म नहीं है ।जबकि पाकिस्तान श्रीलंका बांग्लादेश जैसे देशों में राष्ट्रधर्म इस्लाम, बौद्ध ,इस्लाम घोषित किया है ।धर्म को भारतीय संविधान में विशेष दर्जा नहीं दिया गया है।
(2)हर नागरिक को कोई भी धर्म स्वीकार करने अधिकार प्राप्त है कोई भी धर्म मानने का भारतीय संविधान अधिकार देता है।
(3) धर्म के आधार पर न तो कोई किसी अवसर से वंचित किया जा सकेगा या उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
(4) किसी को भी धर्म का प्रचार प्रसार शांतिपूर्ण ढंग से करने की स्वतंत्रता संविधान में है।
(5) धर्म के आधार पर भारतीय संविधान किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करती है।
Q भारत में सत्ता की साझेदारी से आप क्या समझते हैं ?
भारत में विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच अभिव्यक्ति एवं पहचान के लिए सत्ता का विभाजन होता है। इस व्यवस्था से समूह के हितों एवं जरूरतों को सम्मान दिया जाता है जिससे समूह टकराने से बैठ जाते हैं ।सत्ता में साझेदारी द्वारा सार्वजनिक सहमति बनाने का प्रयास किया जाता है।
Q सामाजिक विविधता राष्ट्र के लिए कब घातक बन जाती है?
सामाजिक विविधता वैसे तू समाज के विकास का लक्षण है। लेकिन जब यह विविधता लोगों में तनाव संघर्ष व अलगाववाद को जन्म देती है तो यह राष्ट्र के लिए घातक बन जाती है ।भारत अनेक जातियों धर्म संस्कृति भाषाओं का विविधता में एकता को दर्शाते हुए देखेंगे।
लेकिन निहित स्वार्थों तथा सहनशीलता के अभाव में यह विविध विधाएं सामाजिक तनाव का कारण बन जाती है ।जो राष्ट्रीय एकता के लिए घातक बन जाता है।
Q सांप्रदायिक सद्भाव के लिए आप क्या करेंगे ?
भारत में विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते हैं। धार्मिक पहचान के आधार पर राजनीतिक एवं आर्थिक स्वार्थों की पूर्ति के कारण सांप्रदायिक सद्भाव के स्थान पर सामाजिक संघर्ष का जन्म होता है ।सांप्रदायिक सद्भाव के लिए शिक्षा एवं जागरूकता का विकास विभिन्न धर्म के लोगों में आपसी समाज का विकास तथा धर्म के राजनीतिक उपयोग पर रोक लगाना आवश्यक है।
Q किन्ही दो प्रधानों का जिक्र करें जो भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाता है ?
भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाने वाले दो प्रधान इस प्रकार हैं ।
(1)भारतीय संविधान के प्रस्तावना में संवैधानिक संशधन द्वारा भारत को धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया है। भारत का कोई राष्ट्रीय धर्म नहीं है धर्म को भारतीय संविधान में विशेष दर्जा प्राप्त नहीं है।
(2) हर नागरिक को कोई भी धर्म स्वीकारने माने का अधिकार भारतीय संविधान देता है धर्म के आधार पर भारतीय संविधान किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता।
Q दबाव समूह की परिभाषा दें?
दबाव समूह भारतीय तत्वों का समूह होता है ।कुछ सामाजिक विभाजन ओं के आधार पर दबाव समूह बनने लग जाते हैं ।यह दबाव समूह के भाषा, जाति ,धर्म ,क्षेत्र ,विचारधारा, आदि उसके भी हो सकते हैं। जब किसी सामाजिक विभाजन वाले समूह को राज्यसभा में उचित पहचान अथवा साझेदारी नहीं मिल पाती तो दबाव समूह सत्ता की साझेदारी पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डालकर सरकारी फैसलों को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं।
Q भारत में सत्ता का विकेंद्रीकरण क्या उचित है ?
भारत एक विशाल देश होने के साथ-साथ विविधता से भरा हुआ देश है । यहां सत्ता के केंद्रीय कृत करने से विविधताओं को संतुष्ट करना संभव नहीं होगा ।तथा राष्ट्र टूट के कगार पर जा पहुंचेगा ।भारत में सत्ता का विकेंद्रीकरण तीन स्तरों पर किया गया है।
केंद्र ,राज्य तथा स्थानीय स्वशासन
केंद्र एवं राज्यों के बीच टकराव को टालने के लिए शक्तियों का विभाजन कर दिया गया है। केंद्र के लिए केंद्रीय सूची राज्य के लिए राज्य सूची जहां दोनों के क्षेत्र मिल जाते हैं ।उसे समवर्ती सूची में स्थान दिया गया स्थानीय स्वशासन को राज्य का मामला मानते हुए इसे राज्य सूची में रखा गया है ।अपनी अपनी शक्ति के क्षेत्र में केंद्र एवं राज्य स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। विवाद की स्थिति में केंद्र को हस्तक्षेप का अधिकार भी दिया गया है।
Q सूचना अधिकार आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे ?सूचना का अधिकार आंदोलन का मुख्य उद्देश्य हैं ?
(1)सत्ता में आंशिक साझेदारी करना
(2) सरकारी कामकाज पर नियंत्रण रखना तथा
(3) सरकार एवं सरकारी मुलाजिमों के कार्यों को सार्वजनिक करना
Q संगीत शासन की दो विशेषताओं का वर्णन करें ?
संघीय शासन की दो विशेषताएं इस प्रकार हैं ।
(1)संघीय शासन व्यवस्था में सरकार दुआ स्तर में कार्यरत है और अपने अपने कार्यों के लिए लोगों के प्रति उत्तरदाई होता है
(2) इस शासन के अंतर्गत नागरिकों की दूरी पहचान एवं निष्ठा ए होती हैं वे अपने प्रांतिक के भी होते हैं और राष्ट्र के भी होते हैं।
Q सत्ता की साझेदारी से आप क्या समझते हैं?
विभिन्न सामाजिक समूह के मध्य अभिव्यक्ति एवं पहचान के लिए सत्ता का विभाजन होता है ।इस प्रकार की व्यवस्था से समूह के हितों एवं जागरूकता को सम्मान दिया जाता है तथा विभिन्न समूह टकराने से बच जाते हैं ।सत्ता में साझेदारी द्वारा सार्वजनिक सहमति बनाने का प्रयास किया जाता है ।सत्ता में साझेदारी कभी भी समूह को आपसी संघर्ष एवं प्रतिस्पर्धा को चुनौती नहीं करता है । सत्ता की मुख्यधारा में आकर अपने मुद्दे को सुलझाने की बात करता है । भारत की ज्वलंत समस्या नक्सली आंदोलन एवं सांप्रदायिक है ।
उन्हें बार-बार सत्ता यह आग्रह कर रही है कि वह हिंसक गतिविधियों को छोड़कर राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हुए सत्ता में साझेदारी लोकतांत्रिक शासन प्रणाली का हृदय है।
Q सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र में क्या महत्व रखती है ?
लोकतंत्र शासन प्रणाली में जनता का, जनता के लिए ,जनता के द्वारा शासन होता है । यह कथन अब्राहम लिंकन का है। जो लोकतंत्र को परिभाषित किए हैं।
जिस शासन व्यवस्था में राजनीतिक साझेदारी होती है ।वह अत्यंत ही सशक्त प्रणाली है ।यह हिस्सेदारी की व्यवस्था जिसे शासन व्यवस्था में की जाती है ।लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था कहलाती है गैर लोकतांत्रिक सरकारें (जैसे एक दलीय शासन प्रणाली ,राज्य शाही, या तानाशाही जैसी स्थितियां) सभी को सत्ता में साझेदारी सभी नागरिकों के लिए सत्ता की व्यवस्था में विश्वास नहीं रखती ऐसी शासन प्रणाली को अनदेखी कर देती है ।या इन्हें कुचल कर रख देती लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था ही सामाजिक विभाजन में प्रतिद्वंदिता को समाप्त कर ता है । दोनों ही व्यवस्थाओं में समूहों के टकराव को टालने या उनके विध्वंसक रूप लेने के पहले बुझा देने का प्रयास किया जाता है ।लोकतांत्रिक प्रणाली में से शांति पूर्ण सहमति एवं साझेदारी द्वारा जबकि अन्य प्रणाली में इसे शक्ति और दबाव द्वारा नियंत्रित करती है।
Q ग्राम पंचायत के कार्य एवं शक्तियों का वर्णन करें ?
(1)पंचायत क्षेत्र के विकास के लिए वार्षिक योजना तथा वार्षिक बजट तैयार करता है।
(2)प्राकृतिक आपदा में सहायता प्रदान करना
(3)सार्वजनिक संपत्ति से अतिक्रमण हटाना
(4) असंगठित श्रमिकों को संगठित करना तथा सामुदायिक कार्यों में स्वैच्छिक सहयोग करना
शक्तियां:---- संपत्ति अर्जन, धारण और उसके निपटा रन की तथा उसकी संविदा करने की शक्ति
(1)करारोपण की शक्ति
(2) राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा पर संचित निधि से सहायक अनुदान करने की अधिकार।
Q संघीय शासन की दो विशेषताएं लिखें?
(1) संघीय शासन व्यवस्था के अंतर्गत 2 स्तर की सरकारें होती हैं केंद्रीय स्तर एवं क्षेत्रीय स्तर
(2)अलग-अलग स्तर की सरकारें एक ही नागरिक संघ पर शासन करती है।
Q लैंगिक समानता क्या है?
लिंग के आधार पर समाज में महिलाओं व पुरुषों में जो असमानता होती है। उसे लैंगिक समानता कहते हैं यह समानता सामाजिक आर्थिक राजनीतिक व अन्य क्षेत्रों में पाई जाती है।
Q ग्राम पंचायतों के प्रमुख अंग कौन-कौन हैं ?
ग्राम पंचायत के प्रमुख चार अंग हैं इनके नाम निम्न है।
(1) ग्राम सभा
(2) मुखिया
(3) ग्राम रक्षा दल और
(4)ग्राम कचहरी
Q संघ राज्य का अर्थ बताएं?
जब सत्ता का विभाजन केंद्रीय राज्य या क्षेत्रीय स्तर एवं स्थानीय सरकारों के बीच वितरित कर दिया जाता है। तो वह संघीय राज्य कहलाता है। किंतु सर्वोच्च सत्ता केंद्र के पास होती है।
Q नगर परिषद के कार्यों का उल्लेख करें अथवा जिला परिषद के तीन कार्य लिखें?
नगर परिषद के अनिवार्य कार्यों में नगर की सफाई करना ,सड़कों एवं गलियों में रोशनी का प्रबंध करना, पीने के पानी की व्यवस्था करना, सड़क बनवाना तथा उसकी मरम्मत करवाना, नालियों की सफाई करना प्राथमिक शिक्षा का प्रबंध करना ,स्कूल खोलना तथा उसे चलाना, महामारी से बचाव करना तथा टीके आदि की व्यवस्था कर ,उसे लगवाना मनुष्यों एवं पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु अस्पताल खोलना, आग से सुरक्षा के प्रबंध करना लाशों के अंतिम एवं दाह संस्कार हेतु उपयुक्त स्थानों की व्यवस्था करना ,जन्म एवं मृत्यु को पंजीकरण करना, इसकी लेखा-जोखा नगर निगम के मुख्य कार्यों में आता है ।
Q सांप्रदायिक सद्भाव के लिए आप क्या करेंगे उल्लेख करें?
भारत में विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते हैं। धार्मिक पहचान के आधार पर राजनीतिक आर्थिक स्वार्थों की पूर्ति के कारण सांप्रदायिक सद्भाव के स्थान पर सांप्रदायिक संघर्ष का जन्म होता है। सांप्रदायिक सद्भाव के लिए शिक्षा एवं जागरूकता का विकास विभिन्न धर्म के लोगों में आपसी समाज का विकास तथा धर्म के राजनीतिक उपयोग पर रोक लगाना ही सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देगा ।
लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
Q भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 में देश के सभी नागरिकों को कौन सा मूल अधिकार दिया गया है ?
(1)स्वतंत्रता का अधिकार
(2)समानता का अधिकार
(3)संवैधानिक उपचारों का अधिकार
(4) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:-- समानता का अधिकार
Q सामाजिक विभाजन का आधार नहीं है ?
(1)धर्म
(2)भाषा
(3)जाती
(4)मानवता
उत्तर :--मानवता
Q सामाजिक विभाजन को संभालने के संदर्भ में निम्न में कौन सा बयान लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लागू नहीं होता है?
(1) लोकतांत्रिक में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के चलते सामाजिक विभाजन ओं की छाया राजनीतिक पर भी पड़ती है।
(2) लोकतंत्र में विभिन्न समुदायों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से अपनी शिकायतें जाहिर करना संभव है।
(3) लोकतंत्र सामाजिक विभाजन को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है।
(4) लोकतंत्र सामाजिक विभाजन ओं के आधार पर समाज के विखंडन की ओर ले जाता है।
उत्तर:- लोकतंत्र में विभिन्न समुदायों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से अपनी शिकायतें जाहिर करना संभव है।
Q भारत में मतदाता होने की न्यूनतम आयु क्या है ?
(1)16 वर्ष
(2) 17 वर्ष
(3)18 वर्ष
(4)21 वर्ष
उत्तर:-- 18 वर्ष
Q संप्रदायिक राजनीतिक किस पर आधारित है।
(1) एक धर्म दूसरे धर्म से श्रेष्ठ है ।
(2)विभिन्न धर्मों के लोग सामान्य नागरिक के रूप में खुशी-खुशी साथ रहते हैं।
(3) एक धर्म के अनुयाई एक समुदाय बनाते हैं।
(4) किसी धार्मिक समूह का प्रभुत्व बाकी सभी धर्मों पर कायम करने में शासन की शक्ति का प्रयोग नहीं किया जाता ।
उत्तर:- एक धर्म के अनुयाई एक समुदाय बनाते हैं।
Q भारत में कहां औरतों के लिए आरक्षण की व्यवस्था है ?
(1)लोकतंत्र
(2) विधानसभा
(3) मंत्रिमंडल
(4) पंचायती राज्य संस्थाएं
उत्तर :--पंचायती राज्य संस्थाएं
Q भारत में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है
(1)प्रधानमंत्री
(2)राष्ट्रपति
(3)संसद
(4)कोई नहीं
उत्तर :-राष्ट्रपति
Qभारत में राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम कब बना ?
(1)1960 में
(2)1970 में
(3)1980 में
(4)1990 में
उत्तर :--1990 में
Q निम्नलिखित व्यक्तियों में कौन लोकतंत्र में रंगभेद के विरोधी नहीं थे?
(1) किंग मार्टिन लूथर
(2)महात्मा गांधी
(3)ओलंपिक धावक टॉमी स्मिथ जॉन कारलोस
(4) जेड ○गुडी
उत्तर: --जेड गुडी
Q संघ सरकार का उदाहरण है?
(1) अमेरिका
(2)चीन
(3)ब्रिटेन
(4)इनमें से कोई नहीं
उत्तर:-- ब्रिटेन
Q 16वीं लोकसभा का चुनाव किस वर्ष हुआ ?
(1)2012
(2)2013
(3)2014
(4) 2015
उत्तर :--2014
Q लोकतंत्र जनता का जनता के द्वारा तथा जनता के लिए शासन है यह कथन किसका है ?
(1)अरस्तु का
(2)अब्राहम लिंकन का
(3) रूसो का
(4)महात्मा गांधी
उत्तर:-- अब्राहम लिंकन का
Q किस देश को सामाजिक विभेद के कारण विखंडन का सामना करना पड़ा?
(1) युगोस्लाविया को
(2)भारत को
(3)बेल्जियम को
(4) श्रीलंका को
उत्तर :--युगोस्लाविया को
Q अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ?
(1)7 मार्च
(2) 8 मार्च
(3)9 मार्च
(4)10 मार्च
उत्तर :--8 मार्च
Qअसमी बिहारियों पर होने वाले अत्याचार का आधार था ?
(1)जातिवाद
(2) संप्रदायवाद
(3)लिंगा धारवाद
(4)क्षेत्रवाद
उत्तर :--क्षेत्रवाद
Q महिलाओं को प्रश्रय देने वाला व्यक्ति क्या कहलाता है ?
(1)धर्मनिरपेक्ष
(2)सांप्रदायिक
(3)नारीवादी
(4)इनमें से कोई नहीं
उत्तर :--नारीवा दी
Q वित्तीय राजधानी के रूप में जानी जाती है ?
(1)बेंगलुर
(2) नई दिल्ली
(3)मुंबई
(4)पटना
उत्तर :--मुंबई
Q बांग्लादेश का उदय कब हुआ ?
(1)1970
(2)1971
(3)1972
(4) 1973
उत्तर:-- 1971
Qकिस देश में तमिलों की समस्या हाल तक बनी हुई है
(1)श्रीलंका
(2)भारत
(3)भूटान
(4)पाकिस्तान
उत्तर :-श्रीलंका
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