गोल्डन वीजा यह आम वीजा की तुलना में कहीं ज्यादा सुविधाएं है। इसमें अभी-अभी संयुक्त राज्य अमीरात उनके मंत्रिमंडल की तरफ से मंजूरी मिला है ।कि देश, दुनिया की तरफ से जो U SE में कामगारों की श्रेणी में आते हैं । अब गोल्डन वीजा दिया जाएगा यह पहले वाले वीजा की अपेक्षा अधिक सुविधाओं को लेकर आया है। इस वीजा के अंतर्गत उसने और अधिक पेशेवरों को 10 साल तक की वीजा जारी करने की मंजूरी प्रदान किया।
यूएसी की उप राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और दुबई के शासक मुहम्मद बिन राशिद अल मखदूम ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी । जिन्हें यह सुविधाएं दी गई है उसमें पीएचडी डिग्री धारी डॉक्टर, इंजीनियर,आईटी ,पेशेवर एवं विश्वविद्यालय के विशेष स्नातक धारी शामिल गोल्डन वीजा का लाभ मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के स्नातक भी उठाएंगे जिसके पास जीपी ग्रेड प्वाइंट एवरेज 3.8 या उससे ज्यादा।
विशेष डिग्री धारियों में जिसके पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस महामारी विज्ञान की विशेषता एवं सॉफ्टवेयर इंजीनियर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर सिविल इंजीनियर इत्यादि हो उनको लाभ मिलेगा ।
इसके अंतर्गत देश की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिए किया गया । कोरोना की महामारी से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है । ढेर सारो कामगार अपने वतन की तरफ लौट आए। गोल्डन वीजा के अंतर्गत खासकर विशेषज्ञों को अपने देश में बुलाकर अपने देश की रफ्तार को गति देने के लिए ऐसा किया गया निवेश को बढ़ाना
गोल्डन बीजा का लाभ
भारत में प्रतिवर्ष 15लाख इंजीनियर को डिग्री मिलती है ।देश मे ढाई लाख के करीब ही जॉब मिल पाते हैं। बाकी इंजीनियर काम की तलाश में देश से बाहर की दुनिया में काम के लिए जाते हैं ।इससे भारत के लिए बहुत अच्छे एवं आकर्षक वैकल्पिक मार्ग बन सकता और अधिक से अधिक विदेशों में रहेंगे इससे उन को रोजगार भी मिलेगी और अपने देश को जो पैसे कमा कर अपने देश में भेजेंगे। उसे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी ।आए दिन मिडिल ईस्ट के देशों ने कफाला प्रणाली जैसे कानून को भी हटाया और अभी जो गोल्डन वीजा प्रदान कर रहा है। इससे कामगारों को लंबे समय यानी 10 साल तक रहने का मौका मिलेगा । जो दिसंबर 2020 से लागू हो जाएगा ।इससे उनकी देश की आर्थिक गति भी मिलेगी और तेल के ऊपर निर्भरता को कम कर पाएंगे। देश की आर्थिक गति देने के लिए लगातार कानूनों पर संशोधन किया जा रहा है ताकि निवेश ज्यादा से ज्यादा सुविधाजनक हो ।
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